क्वॉरेंटाइन सेंटर में मिले दो और कोरोना पॉजिटिव, लेकिन प्रशासन की सक्रियता से कम्युनिटी स्प्रेड की संभावनाओं को किया कम..



न्यूज डेस्क। संभाग मुख्यालय बीकानेर के जिला प्रशासन की सक्रियता और सजगता के चलते जिले में कोरोनावायरस के कम्युनिटी स्प्रेड की संभावनाओं को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सका है। रविवार को आई जांच रिपोर्ट में दो और लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोनावायरस पोजीटिव पाई गई, लेकिन इसमें राहत यह रही कि दोनों लोग पिछले काफी समय से क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए थे जिनकी पहली रिपोर्ट नेगेटिव आई और दूसरी रिपोर्ट में इन्हें पॉजिटिव पाया गया। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि पॉजिटिव लोगों से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करते हुए जिन लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया था यह दोनों मामले उन्हीं में से हैं। प्रशासन की करीब डेढ़ सौ लोगों पर नजर थी और यह क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए थे। इनका क्वारंटाइन पीरियड पूरा होता, इससे पहले पॉजिटिव रिपोर्ट भी इसी वजह से आई, क्योंकि फिर से रिपोर्ट करवाई गई। गौतम ने बताया कि पॉजिटिव मिले मामलों के बाद उनके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग कर संदिग्धों को क्वॉरेंटाइन किया गया है जिससे नया मामला मिलना रेयर-टू-रेयर होगा। जिले में अब तक 144 संदिग्धों को स्टेट क्वॉरेंटाइन में रहते हुए दूसरी बार सैंपल लिया गया। इनमें से 142 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई वही दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि ये सब वे संभावित लोग थे जो रोगी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे।  इन्हें स्टेट क्वॉरेंटाइन किया गया। जिले में अब तक 500 से अधिक संभावितों को स्टेट क्वॉरेंटाइन में रखा जा रहा है। रविवार को जिन दो व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, यह दोनों भी क्वॉरेंटाइन में ही रह रहे थे और 14 दिन पूर्ण कर लिए थे। रविवार को  सेकंड टाइम इनकी जांच सैम्पल लेकर की गई थी, जिसमें इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। गौतम ने बताया कि क्वॉरेंटाइन व्यवस्था के चलते ही यह संभव हो सका कि यह लोग यहां क्वॉरेंटाइन रहे और उनके स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण होता रहा तथा इनके द्वारा रोग का  फैलाव नहीं हुआ। इन दोनों रोगियों में एक महिला व पुरूष शामिल है। अगर दूसरी जांच रिपोर्ट रविवार को निगेटिव होती तो इन्हें घर में ही क्वॉरेंटाइन रहने के लिए भेज दिया जाता। मगर पाॅजिटिव हो जाने के कारण इन्हें कोविड-19 हाॅस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती करवा दिया गया। गौतम ने बताया कि अब तक कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड होने से प्रभावी तरीके से रोके जा सका है और निरन्तर मरीज रिकवर भी हो रहे हैं। हमारे यहां की मृत्युदर कम है और रिकवरी रेट अधिक है। यह बीकानेर के लिए राहत की बात है। उन्होंने लोगों से खांसी जुकाम बुखार या कोरोनावायरस जैसा कोई लक्षण नजर आने पर स्वयं आगे आकर जांच करवाने की भी अपील की। गौतम ने बताया कि बीकानेर में अब तक  37 पॉजिटिव मिले हैं इनमें से तेरह रोगियों को छोड़कर बाकी सभी की रिपोर्ट नेगेटिव हो चुकी है। निगेटिव हो चुके लोगों को भी 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है। 14 दिनों के पश्चात इनका पुनः सैम्पल लिया जाएगा और रिपोर्ट नेगेटिव आने बाद इन्हें छुट्टी दे दी जाएगी। वहीं 13 रोगी कोविड-19 हाॅस्पिटल में उपचाराधीन हैं। जबकि पूर्व में ही एक रोगी की मृत्यु हो चुकी है।


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