उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में 21 फरवरी को महाशिवरात्रि उत्सव मनाया जावेगा। जिसके नौ दिवस पूर्व 13 फरवरी से 20 फरवरी तक शिवनवरात्रि उत्सव मनाया जावेगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासनिक कार्यालय में आज 11 फरवरी को शिवनवरात्रि व महाशिवरात्रि के दौरान श्री महाकालेश्वर भगवान की दर्शन व्यवस्था के संबंध में प्रशासक एसएस रावत द्वारा आवश्यक निर्देश दिये। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एसएस.रावत ने बताया कि, 13 फरवरी से 20 फरवरी तक प्रतिदिन श्री महाकालेश्वर भगवान के गर्भगृह में प्रात: 9 से दोपहर 01 बजे तक श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी–पुरोहितों द्वारा अभिषेक-पूजन किया जावेगा। इसलिए आगन्तुक प्रोटोकॉल एवं रूपये 1500 की रसीदधारी श्रद्धालु दोपहर 01 से 02 बजे तक गर्भगृह में पूजन-अभिषेक कर सकेगे। इसी प्रकार 21 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व पर प्रात: 08:15 से 10:15 बजे तक तथा दोपहर 02 से 03:15 तक गर्भगृह में पूजन कर सकेगें। इसके अतिरिक्त दर्शन व्यवस्था के संबंध में परिस्थिति अनुसार तात्कालिक निर्णय लिया जा सकेगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अधीन कार्यरत समस्त पुजारी/पुजारी प्रतिनिधि, पुरोहित/पुरोहित प्रतिनिधि जिनका नाम मंदिर अभिलेखों में अधिकृत पुजारी, अधिकृत पुरोहित, अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में दर्ज है, वे स्वयं ही निर्धारित समय सीमा में अपने यजमानों का पूजन-अर्चन करा सकेंगे। इसके अतिरिक्त कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसका नाम मंदिर अभिलेखों में अधिकृत पुजारी, अधिकृत पुरोहित, अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में दर्ज नहीं है, वे संपूर्ण मंदिर परिसर में अनाधिकृत रूप से पूजन, अभिषेक इत्यादि नहीं करा सकेंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि एवं महाशिवरात्रि पर्व के दौरान होने वाली समस्त व्यवस्थाये श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के माध्यम से की जाती है। इस दौरान होने वाली पूजन, श्रृंगार, भोग आदि में लगने वाली सामग्री मंदिर प्रबंध समिति ही उपलब्ध कराती हैं। जिसमें दानदाता का सहयोग सम्मिलित नही रहता है।
महाशिव नवरात्रि के दौरान गर्भगृह प्रवेश के समय में परिवर्तन : एसएस रावत
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