पढ़िए-खूब वायरल हो रहा यह कड़वा सख्त सत्य ; क्योंकि, जिंदगी आपकी-फैसला आपका..!


न्यूजडेस्क। वैश्विक महामारी कोरोना से जंग और करीब 1 माह से अधिक समय से चल रहे लोक डाउन के बाद भी जिंदगियां लील रहा एक लाइलाज वायरस लोगों के दिमाग में अब अलग-अलग खयालात भी पैदा कर रहा है। जो हो गया, जो हो रहा है सबको दिख रहा है, पता चल रहा है। सरकारी प्रयास सुचारु रुप से जारी है। फिर भी अब आगे क्या होगा ? यह भविष्य के गर्भ में है। जितने मुहं उतनी बातें। खैर सोशियल मीडिया पर एक संदेश खूब वायरल हो रहा है, आपके मोबाईल में भी आ गया होगा, आया तो ठीक, वरना हम पढ़ाते हैं यह कड़वा और सख्त सत्य.. क्योंकि जान है तो जहान है यही नहीं  ये अनमोल जिंदगी आपकी है फैसला आप ही लीजिए।


हूबहू संदेश..👇


बहुत लोगो जो फैक्ट्री कारखाने, दुकान, ऑफिस खोलने की इच्छा है या कहो जल्दबाजी भी है.....पर अभी तक एक भी डॉक्टर ने अपना प्राइवेट क्लीनिक या हॉस्पिटल खोलने की इच्छा सरकार को नहीं जताई है देश में एक भी डॉक्टर ने पर्सनल  क्लीनिक खोलने की अनुमति नहीं मांगी है....
क्यों ?
क्या इतनी सी बात आप लोग समझ नहीं पा रहे है....क्या होगा अगर आपने आज की आज फैक्ट्री शुरू करदी या ऑफिस शुरू हो गई या दुकान खोल दी....इससे आपको घर से बाहर निकालने का मौका मिल जाएगा आपका टाइम पास का साधन हो जाएगा....! क्योंकि बाकी तो ना ग्राहक है, ना स्टाफ है, ना माल जाएगा, ना पैसा आएगा उसका तो भगवान मालिक है कि पैसा वापस कब आएगा..., पर जैसे ही आपके फैक्ट्री, दुकान खुले आपकी क्रेडितिबिलिटी देख कर आपके मांगने वाले आपको फोन कर देंगे...!
जब डॉक्टर को क्लीनिक खोलने की उतावला नहीं है उसको मालूम है! क्लीनिक खोलने का मतलब खतरा मोल लेना कोरॉना बीमारी को आमंत्रण देना...क्यों आप खुद से ओर अपने परिवार के जीवन से खेलना चाहते है,,,,! सरकार के ऊपर बहुत तरह का प्रेशर है। छोटे-छोटे दुकान की आजीविका का सवाल है, मजदूर की रोज की आजीविका ओर खाने का सवाल है....! आपको भी समझना होगा कि जरूरतों के कारण आप आज की आज फैक्ट्री दुकान खोलने को उतावले हो रहे है...।
खतरा टला नहीं है ओर बढ़ता जा रहा है। गुजरात के अहमदाबाद मुंसिपल कॉर्पोरेशन के कमिश्नर साब की सुने और समझें तो उन्होंने आने वाले बड़े खतरे की तरफ आगाह किया है....। एक वरिष्ठ आईएएस द्वारा यह सिर्फ अहमदाबाद या गुजरात के परिप्रेक्ष्य में भी नहीं कहा गया बल्कि देशव्यापी बात है।
इसलिए सोचे समझें ओर अपने विवेक से निर्णय ले....., क्योंकि
ये है एक *कड़वा और सख्त सत्य*।
सरकार एक निश्चित समय तक ही lockdown रख सकती है। धीरे-धीरे lockdown खत्म हो जाएगा सरकार भी इतनी सख्ती नहीं दिखाएगी, क्योंकि
*सरकार ने आपको कोरोना बीमारी के बारे में अवगत करा दिया है, सोशल डिस्टैंसिंग, हैण्ड सेनिटाइजेशन इत्यादि सब समझा दिया है*
*बीमार होने के बाद की स्थिति भी आप लोग देश में देख ही रहे है*
अब जो समझदार है वह आगे लंबे समय तक अपनी दिनचर्या, काम करने का तरीका समझ ले।


*सरकार 24 घंटे  365 दिन आपकी चौकीदारी नहीं करेगी*
*आपके एवं आपके परिवार का भविष्य आपके हाथ में है*
लोकडॉन खुलने के बाद सोच समझ कर घर से निकले एवं काम पर जाये.. व नीयत नियमानुसार ही अपना कार्य करे l😊🙏
*जिंदगी आपकी फैसला आपका*


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