श्रीमहाकाल भगवान की भस्‍मार्ती  में प्रथम दिव्यांग दम्‍पतिं को विशेष अनुमति दी गयी


 
उज्जैन, 16 जनवरी। विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी श्रीमहाकालेश्वर मन्दिर में भगवान महाकाल की भस्‍मार्ती की जाती है। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के साथ कई श्रद्धालु भस्‍मार्ती में शामिल होते हैं। मकर संक्रान्ति पर्व से श्रीमहाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समि‍ति के अध्‍यक्ष एवं कलेक्टर शशांक मिश्र के निर्देश के परिपालन में संक्रान्ति पर्व से दिव्यांगजनों को वीआईपी कोटे में भस्‍मार्ती की अनुमति दिये जाने हेतु निदेर्शित किया गया है। उक्‍त आदेश के परिपालन में सहायक प्रशासक व भस्‍मार्ती प्रभारी मूलचंद जूनवाल द्वारा 17 जनवरी की भस्‍मार्ती हेतु उज्‍जैन के नरेन्‍द्र मेहरा व श्रीमती प्रवीणा मेहरा को व्‍ही.आई.पी. काउन्‍टर से प्रथम अनुमति प्रदान की गयी। मेहरा ने दिव्यांगजनों हेतु दी गयी सुविधा के लिए कलेक्‍टर मिश्र के प्रति धन्‍यवाद ज्ञापित किया। उल्लेखनीय है कि दिव्यांगों की भस्म आरती की परमिशन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक वीआईपी काउंटर पर अनुमति प्रदान की जाती हैं। जिसमें  20 दिव्यांगों तथा इनके साथ 20 अटेंडर को वीआईपी कोटे से भस्‍मार्ती की अनुमति दी जायेगी। दिव्यांगजन भस्म आरती की अनुमति के दौरान उन्हें अपना विकलांगता का मेडिकल बोर्ड का जारी किया गया प्रमाण-पत्र तथा उनके साथ परिवार के अटेंडर या सहायक का परिचय-पत्र उपलब्ध कराया जाना आवश्यक होगा। उल्‍लेखनीय है कि भस्म आरती में ऑनलाइन 800 तथा ऑफलाइन 450 के लगभग प्रतिदिन श्रद्धालुओं की परमिशन दी जाती है। आफलाइन-ऑनलाइन परमिशन भी दिव्यांगजनों के लिये उपलब्ध रहेगी।