उज्जैन के इतिहास में पहली बार कृष्णगिरी वाली मां पद्मावती का नाट्य मंचन 4 को, "गुरु" की अलौकिक कृपा गुरुवार को


उज्जैन। श्री कृष्णगिरी पार्श्वपद्मावती शक्तिपीठाधिपति, राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी महाराज साहब की पावन निश्रा में 4 मार्च को यहां नीलगंगा चौराहा स्थित शिवांजलि गार्डन में चमत्कारी मां पद्मावती के प्राकट्य एवं सत्य घटनाओं पर आधारित भक्तों पर मां के साक्षात चमत्कारिक प्रसंगों का मंचन होगा। गुरु भक्त शैलेंद्र तल्लेरा ने बताया कि बुधवार रात्रि 8 बजे से उज्जैन के इतिहास में यहां पहली बार 40 ख्यातनाम कलाकारों द्वारा कृष्णगिरी की मां पद्मावती की नाट्य प्रस्तुति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में गुरुदेवश्रीजी के 5 मार्च को 51वें जन्मोत्सव के उपलक्ष में नगर भोज भंडारा भी आयोजित होगा तथा शाम को 8 बजे से डॉ वसंतविजयजी अपनी अलौकिक कृपा श्रद्धालुओं पर बताएंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पारस चेनल पर भी होगा। इस अवसर पर संतश्रीजी द्वारा अपनी अलौकिक सिद्ध साधना शक्तियों से समस्त ब्रह्मांड में विराजित सभी धर्मों के गुरु शक्तियों की कृपा प्रसाद आशीर्वाद की अलौकिक कृपा प्रदान कराई जाएगी। गुरुभक्त शैलेंद्र तल्लेरा ने यह भी बताया कि इस अभिनव कार्यक्रम में किसी भी धर्म पंथ का व्यक्ति अपनी गुरु परंपरा का पूर्ण आशीर्वाद का अलौकिक लाभ प्राप्त कर सकेगा। उन्होंने बताया कि विश्व विख्यात संतश्रीजी डॉ वसंतविजयजी द्वारा अपनी दिव्य मंत्र साधनाओं से उपस्थित श्रोताओं को उनकी संपूर्ण गुरु परंपरा से आशीर्वाद प्रदान करेंगे, साथ ही किसी भी प्रकार के पाप, श्राप व दोष आदि से भी मुक्ति दिलाएंगे। शैलेंद्र तल्लेरा ने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पारस चैनल पर भी गुरुवार रात्रि 8 बजे से होगा।



Popular posts
जरूरतमंदों के सहयोग के लिए आईवीएफ रिलीफ फंड का शुभारंभ
Image
जानिए 104 वर्ष की उम्र में अलविदा कहने वाली ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका तथा स्वच्छ भारत मिशन ब्रांड अम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का जीवन परिचय.. शोक मग्न देश !
Image
कोरोना ; होटल उद्योग संस्थान द्वारा गाड़ी रवाना, सलीम सोढा व गोपाल अग्रवाल की मौजूदगी
Image
वेटरनरी विश्वविद्यालय का दशाब्दी वर्ष कार्यक्रम 18 मई को, राज्यपाल मिश्र होंगे वेबिनार के मुख्य अतिथि
Image
एसबीआई के डीजीएम कार्यालय के जयपुर स्थानांतरण का निर्णय बीकानेर की जनता के साथ धोखा : डॉ कल्ला