लॉकडाउन पर पीएम मोदी का 14 अप्रैल को प्रातः 10 बजे संबोधन, अब लोगों को जागरुकता दिखाने की जरुरत..


न्यूज डेस्क। वैश्विक महामारी
कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर घोषित देशव्यापी लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अप्रैल को प्रात: 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। मोदी का संबोधन बहुचर्चित और लोकप्रिय धारावाहिक रामायण के बाद प्रसारित होगा। मालूम हो कि 24 मार्च को मोदी ने 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन घोषित किया था, जिसकी अवधि 14 अप्रैल की रात 12 बजे समाप्त हो रही है। माना जा रहा है कि दूसरे चरण के लॉकडाउन में कुछ क्षेत्रों में रियायत दी जा सकती है। कई राज्य पहले ही 30 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित कर चुके हैं। 
उधर राजस्थान के जयपुर के रामगंज क्षेत्र से कोरोना के पॉजिटिव केसों का निकलना जारी रहा। दोपहर तक करीब 15 व्यक्तियों का टेस्ट पॉजिटिव निकल चुका था। 12 अप्रैल को भी 40 व्यक्तियों को कोरोना का मरीज घोषित किया गया। रामगंज क्षेत्र में अब तक करीब तीन सौ व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले हैं। यही वजह है कि रामगंज क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों का टेस्ट करवाया जा रहा है। आने वाले दिनों में यह संख्या तेजी से बढ़ सकती है। हालांकि रामगंज क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया है, लेकिन इस क्षेत्र के लोगों के इधर-उधर चले जाने की आशंका जताई जा रही है। यही वजह है कि अब अजमेर को भी खतरे से बाहर नहीं माना जा रहा है। हालांकि अजमेर के खारी कुई क्षेत्र में रह रहे एक ही परिवार के पांच सदस्यों के अलावा कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। ये पांचों व्यक्ति भी लगातार स्वस्थ्य हो रहे हैं। ऐसे में अजेमर को सुरक्षित माना जा सकता है और सरकार के उन मापदंडों पर भी खरा उतर रहा है जो लॉकडाउन में रियायत देने के लिए बनाए जा रहे हैं। लेकिन जानकार सूत्रों की माने तो जयपुर की वजह से अजमेर को कोरोना से सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। दो दिन पहले भी जयपुर का एक युवक अजमेर में पकड़ा गया था, हालांकि इस युवक का टेस्ट नेगेटिव आया है, लेकिन यदि लोगों का इसी तरह अजमेर आना जारी रहा तो अजमेर भी चपेट में आ सकता है। अजमेर और जयपुर की सीमाएं मिली हुई है। जयपुर से पैदल चल कर भी अजमेर आया जा सकता है। अजमेर में आसानी के साथ रहा भी जा सकता है। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति आ गया तो वह पूरे क्षेत्र को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में लोगों की जागरुकता जरूरी है। यदि कोई व्यक्ति बाहर से खास कर जयपुर से आता है तो उसके बारे में तत्काल पुलिस को सूचना देनी चाहिए। शुरू से अजमेर को भीलवाड़ा से खतरा हो गया था तो अब जयपुर से खतरा बताया जा रहा है। चिकित्सा क्षेत्र के जानकारों का मानना है कि भीलवाड़ा के खतरे पर तो पार पा लिया, लेकिन जयपुर के खतरे से पार माना मुश्किल होगा, क्योंकि भीलवाड़ा और जयपुर के संक्रमित हालातों में बहुत फर्क है। भले ही मौजूदा समय में अजमेर की स्थिति लॉकडाउन में राहत पाने लायक है, लेकिन प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेगा। एक ही परिवार के पांच लोगों के संक्रमित होने के बाद प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से हालातों को नियंत्रित रखा है। इस एक घटना की वजह से शहरवासियों को तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ़्यू भुगतना पड़ रहा है। कर्फ़्यू की पाबंदियों से आम व्यक्ति बेहद परेशान है। अजमेर में कोरोना टेस्ट का काम अभी भी जारी है। यानि प्रतिदिन संदिग्ध व्यक्ति मिल रहे हैं। 
(साभार : एसपी.मित्तल)


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