कोरोना मुक्ति व विश्व शांति के लिए 99 करोड़ नवकार मंत्र का जाप 31 मई को

 



मंत्र जाप से आध्यात्मिक शक्ति का जागरण व अनिष्ट का निवारण संभव : आचार्यश्री लोकेश



नई दिल्ली। करोना मुक्ति, विश्व शांति, आत्म शांति व समृद्धि के लिए विश्व मे पहली बार एक साथ 99,99,99,999 नवकार मंत्र जप का सामूहिक आयोजन 31 मई को प्रातः 8 बजकर 41 मिनट पर प्रारम्भ होगा, जिसमें विश्व के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु एक साथ ऑनलाइन जुड़ेंगे और सामूहिक नवकार मंत्र जाप अनुष्ठान का हिस्सा बनेंगे। नई दिल्ली में अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य डॉ लोकेशजी ने उपरोक्त जानकारी दी। आचार्य कुलचन्द्रसुरीश्वर जी ने कहा कि गुरु प्रेम परिवार की प्रेरणा से आयोजित सामूहिक नवकार मंत्र जाप मे सभी परम्पराओं के आचार्य भगवंत, गच्छादिपति, साधु- साध्वी एवं लाखों-लाखों श्रद्धालु विश्व के कोने-कोने से जुड़ेगें। शांतिदूत आचार्य लोकेशजी ने बताया कि भारतीय संस्कृति में ऐसा माना जाता है कि जो काम दवा नहीं करती हैं वो दुआ करती हैं उन्होने कहा ऐसे समय में जबकि दो लाख से अधिक स्वस्थ लोग कोरोना महामारी के कारण  असमय मे मृत्य को प्राप्त हो चुके हैं। खरबों-खरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान हो चुका है और अभी भी इस कोरोना महामारी का अंत निकट दिखाई नही दे रहा हैं ऐसे समय में पूरे विश्व को दुआ व प्रार्थना की जरूरत हैं। आचार्य लोकेश ने मंत्र शक्ति के वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्राचीन ग्रन्थों में मंत्र शक्ति के विविध प्रयोग मिलते हैं और उसके माध्यम से आध्यात्मिक शक्ति का जागरण व अनिष्ट का निवारण संभव हो पाता हैं । उन्होने बताया नवकार मंत्र ऐसा ही चमत्कारिक महामंत्र हैं जिसका निष्ठा व समर्पण के साथ अनुष्ठान से अत्यंत विस्मयकारी सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। पन्यास कुलदर्शनविजयजी ने बताया कि गुरु भगवंतों के आशीर्वाद के साथ मुंबई के नवकार भक्त धर्मेश भाई शाह व विविध क्षेत्रो के प्रमुख महानुभाव नवकार मंत्र जाप प्रार्थना मे जुड़ेंगे उन्होने देश दुनिया से जुड़े श्र्द्धालुओं को 31 मई को आयोजित नवकार मंत्र मे जुड़ने की हार्दिक अपील की।


नई दिल्ली। करोना मुक्ति, विश्व शांति, आत्म शांति व समृद्धि के लिए विश्व मे पहली बार एक साथ 99,99,99,999 नवकार मंत्र जप का सामूहिक आयोजन 31 मई को प्रातः 8 बजकर 41 मिनट पर प्रारम्भ होगा, जिसमें विश्व के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु एक साथ ऑनलाइन जुड़ेंगे और सामूहिक नवकार मंत्र जाप अनुष्ठान का हिस्सा बनेंगे। नई दिल्ली में अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य डॉ लोकेशजी ने उपरोक्त जानकारी दी। आचार्य कुलचन्द्रसुरीश्वर जी ने कहा कि गुरु प्रेम परिवार की प्रेरणा से आयोजित सामूहिक नवकार मंत्र जाप मे सभी परम्पराओं के आचार्य भगवंत, गच्छादिपति, साधु- साध्वी एवं लाखों-लाखों श्रद्धालु विश्व के कोने-कोने से जुड़ेगें। शांतिदूत आचार्य लोकेशजी ने बताया कि भारतीय संस्कृति में ऐसा माना जाता है कि जो काम दवा नहीं करती हैं वो दुआ करती हैं उन्होने कहा ऐसे समय में जबकि दो लाख से अधिक स्वस्थ लोग कोरोना महामारी के कारण  असमय मे मृत्य को प्राप्त हो चुके हैं। खरबों-खरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान हो चुका है और अभी भी इस कोरोना महामारी का अंत निकट दिखाई नही दे रहा हैं ऐसे समय में पूरे विश्व को दुआ व प्रार्थना की जरूरत हैं। आचार्य लोकेश ने मंत्र शक्ति के वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्राचीन ग्रन्थों में मंत्र शक्ति के विविध प्रयोग मिलते हैं और उसके माध्यम से आध्यात्मिक शक्ति का जागरण व अनिष्ट का निवारण संभव हो पाता हैं । उन्होने बताया नवकार मंत्र ऐसा ही चमत्कारिक महामंत्र हैं जिसका निष्ठा व समर्पण के साथ अनुष्ठान से अत्यंत विस्मयकारी सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। पन्यास कुलदर्शनविजयजी ने बताया कि गुरु भगवंतों के आशीर्वाद के साथ मुंबई के नवकार भक्त धर्मेश भाई शाह व विविध क्षेत्रो के प्रमुख महानुभाव नवकार मंत्र जाप प्रार्थना मे जुड़ेंगे उन्होने देश दुनिया से जुड़े श्र्द्धालुओं को 31 मई को आयोजित नवकार मंत्र मे जुड़ने की हार्दिक अपील की।