न्यूज डेस्क। पंजाब केसरी के दिल्ली संस्करण के सम्पादक और भाजपा के पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चौपड़ा का 18 जनवरी को 61 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। चौपड़ा पिछले कुछ वर्षों से कैंसर से पीडि़त थे। वर्ष 2014 से 19 के दौरान चौपड़ा ने हरियाणा के करनाल संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया। कैंसर से पीडि़त होने के कारण वर्ष 2019 में चौपड़ा ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया था। पंजाब केसरी का दिल्ली संस्करण वर्ष 1982 में आरंभ किया गया तब चौपड़ा जलंधर से दिल्ली शिफ्ट हो गए। दिल्ली संस्करण को उत्तर भारत में खास कर राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि आगे बढ़ाने के लिए चौपड़ा ने कड़ी मेहनत की। बाद में उनके पुत्र आदित्य चौपड़ा ने राजस्थान संस्करण की शुरुआत की और अखबार को आगे बढ़ाया। बीमारी के दिनों में आदित्य चौपड़ा ही दिल्ली संस्करण का कार्य संभाल रहे थे। पंजाब में जब आतंकवाद चरम पर था, तब आतंकवादियों से मुकाबला करने में पंजाब केसरी और उसके सम्पादकों की अहम भूमिका रही। यही वजह रही कि पंजाब केसरी के संस्थापक सम्पादक लाला जगत नारायण और फिर उनके पुत्र रमेश चौपड़ा की आतंकवादियों ने हत्या कर दी। आज भी आतंकवादियों के खिलाफ पंजाब केसरी मुखर बना हुआ है। पंजाब केसरी की ओर से देश भर में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। पूर्व में आतंकवादियों के शिकार परिवारों को आर्थिक मदद करने में भी पंजाब केसरी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिल्ली सहित देश के कई शहरों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए पंजाब केसरी की ओर से नि:शुल्क चिकित्सा शिविर और सहायता शिविर लगाए जाते हैं।
(साभार: एसपी.मित्तल)
पंजाब केसरी दिल्ली के सम्पादक और भाजपा के पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चौपड़ा का निधन