आचार्य देवेंद्रसागरसूरिजी का चातुर्मास राजाजीनगर में घोषित


बेंगलुरु। गांधीनगर जैन संघ में आयोजित उज्ज्वल तपोत्सव महोत्सव में आचार्य श्री देवेंद्रसागरसूरीश्वरजी म.सा. एवं मुनिश्री महापद्मसागरजी म.सा. के आगामी चातुर्मास की घोषणा की गई। राजाजी नगर शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन संघ के अध्यक्ष जयंतीभाई ने बताया कि अनेक जैन संघों के साथ आचार्यश्री को नमन-वन्दन करके आगामी 2020 के चातुर्मास की विनती की गई। आचार्यश्री ने  सकल श्रीसंघ की भावना को ध्यान में रखते हुए बड़े हर्षोल्लास से शुभ वेला, शुभ मुर्हत में सभी संघों की उपस्थिति में चातुर्मास की स्वीकृति प्रदान की। चातुर्मास की घोषणा होने पर जैन संघ  में खुशी की लहर दौड़ गई। इससे पूर्व चिकपेट जैन संघ के अध्यक्ष प्रकाश राठोड ने भी निकट भविष्य में आचार्यश्री देवेंद्रसागरजी से चातुर्मास करने की स्वीकृति की विनती की। आचार्यश्री आज विहार करके शांतिनगर आदिनाथ जैन संघ में पहुंचे, जहाँ पर आचार्यश्री की पावन निश्रा में मंदिर की ध्वजारोहण निमित्त अट्ठारह अभिषेक पूजन हुआ। विधिकार तुषारभाई पंडितजी एवं संगीतकर कमलेशभाई भी पूजन में सहयोगी बने। पूजन के तहत आचार्यश्री ने कहा कि अरिहंत भगवन के प्रतिमा के मंदिरजी में नित्य दर्शन करने से, हमें उन जैसे बनने की प्रेरणा मिलती है, जो कि जीवन का हमारा मुख्य लक्ष्य है। जिनबिम्ब की छाप हमारे हृदय पर अंकित होती है। देवदर्शन के लिए मंदिर जाना उसी प्रकार आवश्यक है, जैसे किसी विद्यार्थी को शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय अथवा व्यापार के लिए अपने प्रतिष्ठानस्थल पर जाना आवश्यक है। क्योंकि वहाँ पर उन कार्यों की पूर्ती के लिए समुचित वातावरण उपलब्ध होता है। मंदिर में प्रवेश करते ही हृदय  प्रसन्नता और आनंद की प्रकाष्ठा से प्रफुल्लित होता है।