राष्ट्रपिता गांधीजी के विचारों को व्यापक कर रहे हैं राष्ट्रसंत लोकेशमुनिजी : सीएम बिरेन सिंह

मणिपुर के राजभवन में अहिंसा विश्व भारती द्वारा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित



आचार्य लोकेशमुनिजी, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने गांधी की 150 वीं जयंती पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का उदघाटन किया


 



इम्फाल। मणिपुर की राज्यपाल डॉक्टर नज़मा हेपतुल्ला ने राजभवन में अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा महात्मा गांधी की 150वीं जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आचार्यश्री डॉ लोकेशमुनिजी के सान्निध्य में आयोजित  “महात्मा गांधी का मानवता के लिए समावेशी दृष्टिकोण”  विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का उदघाटन किया। राज्यपाल ने कहा कि यह बेहद हर्ष का विषय है कि अहिंसा विश्व भारती संस्था देश के विभिन्न प्रान्तों में 25 सम्मेलनों का आयोजन कर रही है | इन सम्मेलनों के माध्यम से महात्मा गांधी की शिक्षाएं जन-जन तक प्रसारित होंगी | यह न केवल एक ऐतिहासिक कदम है बल्कि राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा। इस श्रंखला में, मणिपुर के ऐतिहासिक शहर इम्फ़ाल स्थित राजभवन मे संगोष्ठी आयोजित करने के लिए अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्यश्री लोकेशमुनिजी को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में अनेक महापुरुषों भगवान महावीर, महात्मा गाँधी आदि ने अहिंसा पर बहुत बल दिया। इन युग पुरुषों ने अहिंसा के महत्व को समझा, इसकी राह पर चले और अनुभवों के आधार पर दूसरों को भी इस राह पर चलने को कहा। भगवान महावीर के इन्ही सिद्धांतों को महात्मा गांधी ने आगे बढ़ाया। महात्मा गांधी ने हिंसा को रोकने के लिए अनेक बार सत्याग्रह और अनशन किए। अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डॉ लोकेशजी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की मौलिक विशेषता है, भारत की विभिन्नता में एकता की ताकत के साथ अगर हमारे सामाजिक और पारिवारिक मूल्य सुरक्षित नहीं होंगे, तो भारत का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। हमें गाँधीजी के सिद्धांतों पर चलकर अपने देश की एकता और अखण्डता को मजबूत बनाना होगा। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार हमारे अंदर राष्ट्र भक्ति का भाव जाग्रत करते हैं। देश में शांति लाना है, तो बापू को याद करना होगा और उनके दिखाए रास्ते पर चलना होगा। आचार्य डॉ लोकेशजी ने बताया कि अहिंसा विश्व भारती संस्था 25 कार्यक्रमों के माध्यम से समाज तक गाँधीजी के विचारों, गाँधी जी का सत्य, अहिंसा, सादगी और ईमानदारी के मार्ग को जन-जन तक पहुँचाने हेतु प्रयासरत हैं एवं इस शृंखला का अंतिम कार्यक्रम अमेरिका के न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय पर आयोजित होगा। मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा बताए गए अहिंसा एवं अध्यात्म के रास्ते पर चलकर जीवन में कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उन्होने कहा कि जब धार्मिक गुरु देश-दुनिया मे शांति एवं सद्भाव के लिए आगे बढ़कर कार्य करते है तो देश को विश्व शक्ति बनने से नहीं रोका जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कहा कि युवाओं में प्रचंड ऊर्जा है, हमें इस युवाशक्ति को उचित दिशा की ओर प्रेरित करना होगा जिससे राष्ट्र का निर्माण सफलतापूर्वक हो सके।  
इस अवसर पर, मोना मोटवानी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया तथा आभार ज्ञापन सोहन गिरि ने दिया । कार्यक्रम का संचालन तारकेश्वरी मिश्रा ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ व समापन स्वामी परमानंद एवं विनीत कुमार द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रगान से हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने मे भक्ताकुमार गुरुजी का विशेष सहयोग रहा।


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