न्यूजडेस्क। खबर राजस्थान के उदयपुर से है, यहां के एक युवक ने एक अभिनव पहल करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से घोषित महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के लिए देशभर के चिकित्सकों द्वारा बनाई जा रही दवाई और वैक्सीनेशन के प्रयोग के लिए स्वयं को समर्पित किया है। उदयपुर के निवासी विनीत तलेसरा ने स्वयं को अपने स्वस्थ शरीर सहित स्वयं को समर्पित करने की अपनी इच्छा जाहिर की है ताकि राष्ट्रहित में इसका सफल परीक्षण स्वस्थ व्यक्ति पर होकर देश के समूचे कोरोना वायरस लोगों के इलाज के लिए कारगर साबित हो।उल्लेखनीय है कि इस भयंकर महामारी कोरोनावायरस के इलाज के लिए देश भर के वैज्ञानिक चिकित्सक मुक जानवरों पर स्वयं द्वारा बनाई जा रही दवाई व वैक्सीनेशन का इस्तेमाल कर प्रयोग कर रहे हैं जिससे इसके परीक्षण व परिणाम शत-प्रतिशत आने में संदेह है। उदयपुर निवासी विनीत तलेसरा के विधिक सलाहकार एडवोकेट हरीश पालीवाल ने बताया कि विनीत तलेसरा ने देश में ही नहीं वरन समूचे विश्व में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के संपूर्ण इलाज के लिए स्वयं पर परीक्षण कर वैक्सीनेशन तैयार करने के लिए इच्छा जाहिर की है। तलेसरा का मानना है कि यह वायरस लोगों के लिए जानलेवा बना हुआ है। ऐसे में इस महामारी से निपटने के लिए चिकित्सकों व वैज्ञानिकों को एक स्वस्थ शरीर की परीक्षण बाबत आवश्यकता है। एडवोकेट हरीश पालीवाल ने बताया कि राष्ट्रहित को समर्पित विनीत तलेसरा ने इस बाबत स्वयं अपने शरीर को कोरोना वायरस की बनाई जाने वाली दवाई व वैक्सीनेशन के परीक्षण के लिए वैज्ञानिकों को सुपुर्द किए जाने की इच्छा जाहिर की है। तलेसरा ने कहा कि उनका शरीर राष्ट्र हित में काम आए तो वह स्वयं को सौभाग्यशाली समझेंगे। पालीवाल ने बताया कि विनीत ने इस बाबत सरकार की आवश्यक सारी फॉर्मेलिटी को स्वयं वांछित राशि के शपथ पत्र पर देने की भी इच्छा जाहिर की है।
पालीवाल ने बताया कि विनीत तलेसरा ने अपनी इच्छा अनुसार अपने शरीर को सुपुर्द करने तथा स्वयं को इस वायरस का इलाज ढूंढ रहे वैज्ञानिकों व चिकित्सकों के पास सुरक्षित भिजवाने बाबत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं जिला कलेक्टर श्रीमती आनंदी को 8 अप्रैल 2020 को लॉक डाउन के चलते ईमेल कर अपनी स्वीकृति दी।
अभिनव पहल ; कोरोना वायरस दवा का स्वयं पर परीक्षण को तैयार है यह युवक