कोरोना संकट ने फीका किया आखातीज का रंग.., जिला मजिस्ट्रेट गौतम ने किया शहर का निरीक्षण, लोगों से की समझाइश


बीकानेर। वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच इस वर्ष आखातीज का रंग शहर के लिए फीका रहा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ना बोइया कटिया की आवाजें सुनी और ना ही  हर वर्ष की भांति पतंगबाज पतंगें लूटते नजर आए। ना ऊंची आवाजों में म्यूजिक सुना गया, ना छतों पर शोरगुल रहा। इस बीच वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने शहर का दौरा किया। गौतम ने रविवार को शहर का दौरा कर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गौतम शाम को गंगा शहर, नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट, मोहता चौक हर्षो  चौक, बारह गुवाड़ ,रतानी व्यासों का चौक होते हुए विभिन्न स्थानों पर गये। उन्होंने रुक कर वहां व्यवस्थाओं को देखा और वही पतंगबाजी के बारे में भी जानकारी हासिल  की। लोगों ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में शहर में बहुत कम पतंगबाजी हुई है ना ही छतों पर टेंट लगे है और ना ही डेक बजाकर  लोगो ने कोई शोरगुल किया। लोगों ने कहा कि अन्यथा पूरा आसमान पतंगों से आच्छादित हो जाता था। 


घर में रहें, करें नियमों की पालना..


     जिला कलेक्टर ने लोगों से लॉक  डाउन के नियमों की पालना करने व घर में रहने को भी कहा। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस बीकानेर से जड़ सहित हट जाए इसके लिए आपका सहयोग सबसे अहम भूमिका निभाएगा । जिला कलेक्टर  जिस तरफ से  निकल रहे थे तो लोग घर के खिड़कियों से उनकी कार्यप्रणाली को और समझाइश करते हुए देख रहे थे। अक्षया तृतीया के दिन  प्रतिवर्ष लोग पतंगबाजी करते हैं और छत पर ही तेज आवाज में म्यूजिक सुनने का ट्रेंड  रहा है और सुबह से लेकर देर शाम तक छत पर ही पतंगबाजी का लुत्फ उठाते हैं। मगर इस बार शहरवसियों ने संकट की घड़ी में जिला प्रशासन का पूरा साथ निभाने का प्रयास किया। निरीक्षण के दौरान लोगों ने बताया कि हर वर्ष पतंगबाजी के चलते कई परिंदे चोटिल होते हैं लेकिन इस बार पतंग कम उड़ने के कारण परिंदों के लिए आखा तीज का दिन राहत भरा रहा। लोगों ने जिला कलेक्टर को बताया कि कुछ लोगों ने केवल औपचारिकता के रूप में इक्की दुक्की पतंगे उड़ा कर वापस उतार रहे हैं। निरीक्षण के दौरान एक स्थानीय नागरिक ने जिला कलेक्टर को बताया कि यह शहर में नया शहर थाना क्षेत्र का एम एम ग्राउंड और जस्सूसर गेट वह स्थान है जहां आखा तीज के दिन सर्वाधिक पतंगे उड़ती है लेकिन आज आसमान साफ है। पतंग उड़ाने के चलते पक्षियों के लिए भी आज का दिन राहत भरा रहा है।



अबूझ सावे पर नहीं हुई शादियां,
लाक डाउन का असर पूरे जिले में नजर आया
जिलेभर में लॉक डाउन के चलते इस वर्ष आखा तीज के अबूझ सावे पर शादी-ब्याह जैसे कोई समारोह आयोजित नहीं हुए। लोगों ने नियमों की अनुपालना में पहले ही सामाजिक और पारिवारिक समारोह स्थगित कर दिए थे। शहर में भी चंदा उड़ाने जैसे सामूहिक समारोह आयोजित नहीं हुए।


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