नो कोरोना ; जीतो के पारस लोगों के जीवन में भर रहे सरस : रमेश मेहता



पारस भंडारी के संयोजन में प्रतिदिन 45 हजार से अधिक जरूरतमंदों को भोजन वितरण कार्यक्रम जारी



न्यूजडेस्क। (संजय जोशी)।कहते हैं कुछ लोगों के नाम की ख्याति परमात्मा उनकी कार्यशैली के अनुरूप ही दिलाता है।  पारस भंडारी बेंगलुरु के उसी चिर परिचित व्यक्तित्व का नाम है जिसे आज किसी पहचान की जरूरत नहीं है। जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जीतो) के पूर्व अपैक्स डायरेक्टर रमेश मेहता बताते हैं कि जीतो विगत चेयरमैन पारस भंडारी ने अपने नाम के अनुरूप ही अपने विश्वसनीय कार्यकाल को भी सफलतम ही नहीं ऐतिहासिक कीर्तिमानों के साथ संपन्न किया था। मेहता ने बताया कि उस समय के जीतो ग्रोथ सम्मिट की अमिट छाप आज भी प्रत्येक जैन बेंग्लुरियन्स के दिलो-दिमाग में बसी हुई है। इससे पहले भी करीब 10 वर्षों पूर्व संतश्री नयपद्मसागरजी म.सा. के सान्निध्य में श्री पारस भंडारी के ही संयोजन में 21 दिनों में 27 कार्यक्रम सफलता के साथ संपन्न हुए। जो कि जीतो की पूर्व डायरेक्टर राजेंद्र जैन द्वारा उपलब्ध कराए गए स्थान पर हुआ था। वर्ष 2016 में जीतो के तत्कालीन अपैक्स चैयरमैन तेजराज गुलेच्छा व बेंगलुरु चैप्टर के अध्यक्ष प्रकाश सिंघवी के साथ भी पारस भंडारी के संयोजन में जीतो कन्नेक्ट ने देश और दुनिया में डंका बजाया था। चिकपेट के श्री आदिश्वरनाथ दादा के मंदिर की प्रतिष्ठा हो या अन्य धार्मिक-सामाजिक कार्यक्रम ऐसे अनेक आयोजन है जिनमें पारस वास्तविक पारस साबित हुए हैं। आज भी पारस भंडारी का जीतो के प्लेटफार्म से कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के विकट और आपदा के समय में बैंगलूरियंस के लिए योगदान अविस्मरणीय नहीं स्वर्ण अक्षरों में अंकित होने जैसा है। प्रतिदिन करीब 45000 से 50000 जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण के व्यापक स्तर के कार्यक्रम में पारस भंडारी का कुशल निर्देशन वाकई, एक मंजे हुए अर्थात परिपक्व कुशल प्रशासक की श्रेणी में आता है। मेहता कहते हैं "हमें नाज है, हमारे जैन समाज में ऐसे पारस का नेतृत्व निर्देशन प्राप्त हो रहा है। हम सभी को पारस भंडारी के कुशल नेतृत्व के साथ-साथ जीतो के वर्तमान अध्यक्ष श्रीपाल खींवसरा, मंत्री दिनेश बोहरा व प्रमोद भंडारी के अभिनव प्रयासों से दानदाताओं ने मुक्तहस्त से सहयोग कर जीतो की गतिविधियों को शिखर तक पहुंचाया है। साथ ही जीतो के ऐसे अनेक कर्मवीर भी हैं, जोकि अपना सर्वस्व अर्पण कर संकट के इस समय में भी सारथी की भूमिकाओं में अग्रणी हैं, इनमें राशन वितरण में राजेश मुथा व अशोक करबावाला, फ़ूड कमेटी में अशोक चोपड़ा व प्रकाश भोजाणी के साथ भरत गोटावत व नीलेश, सामान खरीददारी में कैलाश संकलेचा, डिस्ट्रीब्यूशन में प्रकाश लुणावत व प्रवीण पोरवाल, ललित करबावाला, अशोक नागौरी, सीए संजय धारीवाल, अशोक गजानन, सज्जनराज मेहता, राजेश सोलंकी,  विक्रम, नरेंद्र जैन, दीपक पिरगल, अशोक बागरेचा, सुनील संकलेचा, सुशील पगारिया, प्रिंसेस गोल्फ के चैनराज तथा फूड डिस्ट्रीब्यूशन युवा टीम में कोमल भंडारी आदि के योगदान को कतई नहीं भुलाया जाना चाहिए। रमेश मेहता ने यह भी कहा कि
निश्चित ही यह कोरोना रुपी प्रकृति का प्रकोप अधिक दिन का नहीं है। लेकिन जब तक भी है हमें अपने गुरु भगवंतों की सीख संयम, तप व त्याग सरीखे विविध नियमों को दृढ़ता से अंगीकार किए हुए रहना है।  SANJAY JOSHIY:9351202254)



Popular posts
जरूरतमंदों के सहयोग के लिए आईवीएफ रिलीफ फंड का शुभारंभ
Image
जानिए 104 वर्ष की उम्र में अलविदा कहने वाली ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका तथा स्वच्छ भारत मिशन ब्रांड अम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का जीवन परिचय.. शोक मग्न देश !
Image
कोरोना ; होटल उद्योग संस्थान द्वारा गाड़ी रवाना, सलीम सोढा व गोपाल अग्रवाल की मौजूदगी
Image
वेटरनरी विश्वविद्यालय का दशाब्दी वर्ष कार्यक्रम 18 मई को, राज्यपाल मिश्र होंगे वेबिनार के मुख्य अतिथि
Image
एसबीआई के डीजीएम कार्यालय के जयपुर स्थानांतरण का निर्णय बीकानेर की जनता के साथ धोखा : डॉ कल्ला