नो कोरोना ; पत्थरबाजी वाले इलाकों में यदि मेडिकल टीम ने काम करना बंद कर दिया, तब क्या होगा? मुरादाबाद में इमाम की अपील भी नहीं मानना शर्मनाक..


न्यूजडेस्क । देश के कई इलाकों में मेडिकल टीम पर हमले हो रहे हैं। ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है। 15 अप्रैल को ही यूपी के मुरादाबाद में मेडिकल टीम पर पत्थर बरसाए गए। दो डॉक्टरों के तो गंभीर चोटें आई है। गुस्साए लोगों ने मेडिकल, पुलिस आदि के वाहनों में जमकर तोड़ फोड़ की। गंभीर बात तो यह है कि क्षेत्र के इमाम ने शांति बनाए रखने की अपील पर किसी ने भी सुनवाई नहीं की। इस क्षेत्र में कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जांच का अभियान चलाया जा रहा है। सवाल उठता है कि यदि मेडिकल टीम ने हिसंक वारदातों के डर से जांच का काम बंद कर दिया, तब क्या होगा? सब जानते हैं कि अब कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी मेडिकल टीम गली मोहल्लों से लेकर सरकारी अस्पतालों तक में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जो लोग पत्थर बरसाते हैं या हिंसक वारदात करते हैं उन्हें मेडिकल टीम के सदस्यों के स्थान पर खड़ा होकर सोचना चाहिए। अफसोसजनक बात तो यह है कि पत्थर फेंकने में महिलाएं भी शामिल होती है। क्या मेडिकल टीम के सदस्य पत्थर खाने के लिए हैं? पत्थर फेंकने वालों को कोरोना वायरस के घातक होने के बारे में भी सोचना चाहिए। एक संक्रमित व्यक्ति सैकड़ों लोगों की जान जोखिम में डाल सकता है। यदि संक्रमित व्यक्ति को पहले ही अस्पताल में भर्ती करवा दिया जाए तो लोगों को बचाया जा सकता है। शासन और प्रशासन तो लोगों को बचाने के लिए ही इतनी मशक्कत कर रहा है। सवाल यह नहीं है कि मुरादाबाद में आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्यवाही होगी, सवाल यह है कि ऐसी हिंसक प्रवृत्ति कब रुकेगी? यदि मेडिकल टीम ने काम करना बंद कर दिया तो पूरे देश को परिणाम भुगतने होंगे। 


मरीजों के साथ सहानुभूति हो..


कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर फिल्म स्टार सलमान खान ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया है। सलमान ने कहा कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव है उनके साथ सहानुभूति पूर्वक का व्यवहार होना चाहिए। मेडिकल टीम को पॉजिटिव मरीज की मानसिक स्थिति को देखते हुए व्यवहार करना चाहिए। सलमान ने लोगों से अपने घरों में रहने और सरकार के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी अपनी अम्मी जान और दो बहनों के साथ घर पर ही रह रहे हैं। 
(साभार : एसपी.मित्तल) 


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