महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर एसआईएफटी का नौंवा आयोजन
पुणे। वैश्विक स्तर पर अपनी विविध शैक्षिक गतिविधियों के लिए विख्यात पुणे के सूर्यदत्ता इंस्टीट्यूट आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी (एसआईएफटी) द्वारा खादी को बढ़ावा देने के लिए ‘स्वदेश से विदेश तक’ की संकल्पना पर आधारित ‘स्पार्क-2020’ हस्तकला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर खादी आधारित विभिन्न वस्तुओं-उत्पादों की प्रदर्शनी का यह नौवां वर्ष है, जो कि यहां के बावधन स्थित सूर्यदत्ता कैंपस में 9 से 11 फरवरी तक आयोजित होगा। यह प्रदर्शनी प्रातः 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक सभी के लिए खुली रहेगी। प्रतिदिन देश-विदेश की मशहूर सख्शियतें व माॅडल्स आदि भी आयोजन में शामिल होंगी। सूर्यदत्ता ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ संजय चोरड़िया ने बताया कि खादी कारीगरों को प्रोत्साहित करने एवं उत्पादों को प्रचारित करने के उद्देश्य से यह प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीसवीं शताब्दी के पहले दो दशकों के दौरान महात्मा गांधी ने खादी आंदोलन किया था, इस आंदोलन ने विदेशी वस्तुओं के उपयोग को छोड़ने व स्वदेशी वस्तुओं तथा स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित किया था। डाॅ.संजय ने बताया कि खादी सिर्फ एक कपड़ा ही नहीं, यह एक विचार है। काॅलेज के होनहार छात्रों ने इस विचार को अंगीकार करते हुए हमारी इस अनूठी पहल को बरकरार रखा है। उन्होंने यह भी बताया कि खादी के महत्व को आमजन तक पहुंचाने के लिए खादी की संकल्पना पर आधारित अलग-अलग वस्तुएं तैयार की गई है। साथ ही गांधीजी का अभिवादन करने के लिए प्रदर्शनी स्थल पर महात्मा गांधी के चरखा पर सूत बनाते हुए की प्रतिकृति भी तैयार की गई है। एसआईएफटी की संचालिका प्रो. रेणुका घोसपुरकर ने बताया कि शनिवार 8 फरवरी की शाम को 5 बजे उद्घाटित होने वाली इस प्रदर्शनी में एसआईएफटी के विद्यार्थियों द्वारा खादी के प्रचार-प्रसार के तहत एक हजार से अधिक तैयार उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डाॅ संजय चोरड़िया के मार्गदर्शन में फैशन टेक्नोलाॅजी के छात्रों ने पाठ्यक्रम के तहत बनाई गई कलात्मक वस्तुएं प्रदर्शित होंगी।